पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकियों से अपील की है कि वे कमला हैरिस का समर्थन करें, क्योंकि वह इसे डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ व्हाइट हाउस के लिए एक “कड़ी” दौड़ मानते हैं। गुरुवार को पेंसिलवेनिया के पिट्सबर्ग में एक चुनावी रैली में बोलते हुए, ओबामा ने नवंबर 5 को होने वाले चुनाव से पहले मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट डालने की अपील की।
स्विंग स्टेट मानी जाने वाली पेंसिलवेनिया में समर्थकों को संबोधित करते हुए, ओबामा ने कहा कि अब समय आ गया है कि लोग तुरंत कार्रवाई करें। “अपना फोन नीचे रखें, अपने दोस्तों और परिवार को इकट्ठा करें और वोट करें,” उन्होंने कहा, इस बात पर जोर देते हुए कि प्रत्येक वोट इस चुनाव में बेहद महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने जनता को चेताया कि यह चुनाव देश के भविष्य पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है।
ओबामा ने ट्रम्प की कई नीतियों की आलोचना की, जिसमें मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था और गर्भपात के अधिकारों पर उनकी नीतियों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प की नीतियों ने देश को पीछे कर दिया है, और यदि उन्हें फिर से चुना गया तो देश और अधिक विभाजन और अस्थिरता की ओर बढ़ सकता है। ओबामा का कमला हैरिस के प्रति समर्थन यह स्पष्ट संकेत है कि डेमोक्रेटिक पार्टी इस कठिन मुकाबले में एकजुट है।
दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को मिशिगन के डेट्रॉइट में, जो कि एक और प्रमुख चुनावी मैदान है, बाइडेन-हैरिस प्रशासन पर हमला किया। उन्होंने इस प्रशासन पर देश को बर्बाद करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी नीतियां देश को “तबाह” कर रही हैं।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, दोनों पार्टियां प्रमुख चुनावी राज्यों में अपनी गतिविधियां बढ़ा रही हैं। पेंसिलवेनिया और मिशिगन जैसे राज्य इस चुनाव के परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि यहां के मतदाता चुनावी परिणाम को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं। यह चुनाव न केवल अगले अमेरिकी राष्ट्रपति का चयन करेगा बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करेगा।
अमेरिकी चुनाव पर प्रभाव
ओबामा का कमला हैरिस के लिए जोरदार समर्थन मतदाताओं, विशेषकर युवा और अल्पसंख्यक समुदायों में उत्साह को बढ़ा सकता है, जो डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी में ओबामा की लोकप्रियता और प्रभाव से उनके समर्थन का विशेष महत्व है और यह मतदाता जागरूकता और मतदान में इजाफा कर सकता है।
हालांकि, ट्रम्प द्वारा बाइडेन-हैरिस प्रशासन की आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर लगातार आलोचना से उनके समर्थकों में भी उत्साह बना हुआ है। ट्रम्प का मजबूत समर्थक वर्ग, विशेषकर कामकाजी वर्ग के मतदाता, और उनके मिशिगन जैसे आर्थिक रूप से प्रभावित राज्यों पर ध्यान केंद्रित करना इस बात का संकेत है कि यह चुनावी मुकाबला बहुत कड़ा रहने वाला है।
इस बीच दोनों प्रमुख राजनीतिक नेताओं की तकरार से अमेरिकी राजनीति में बढ़ती ध्रुवीकरण को भी दर्शाता है, जहां दोनों पक्ष देश के भविष्य के लिए एक दूसरे से बिल्कुल अलग दृष्टिकोण पेश कर रहे हैं। अगले कुछ हफ्तों में चुनावी अभियान और तेज हो सकता है, जहां कमला हैरिस और ट्रम्प दोनों मतदाताओं को अपनी-अपनी योजनाओं के प्रति आकर्षित करने का प्रयास करेंगे, और देश की अगली नेतृत्व दिशा का फैसला करना मतदाताओं के हाथ में होगा।
आगामी चुनाव न केवल अमेरिकी राजनीति बल्कि वैश्विक मुद्दों, जैसे आर्थिक नीतियों और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, पर भी गहरा प्रभाव डालेगा। चुनाव के अंतिम सप्ताह देश के भविष्य की दिशा को निर्धारित करेंगे, और अब यह देखना होगा कि अमेरिकी जनता किसे अपना अगला नेता चुनती है।