सहारा रेगिस्तान के कुछ सबसे शुष्क इलाकों में हाल ही में हुई दुर्लभ और भारी बारिश ने रेगिस्तान की बंजर रेत को अस्थायी रूप से नीले पानी की झीलों में बदल दिया। दक्षिण-पूर्वी मोरक्को, जो अपनी अत्यधिक शुष्क परिस्थितियों के लिए जाना जाता है, ने दशकों में सबसे अधिक बारिश देखी, जिससे रेगिस्तान का परिदृश्य नाटकीय रूप से बदल गया। खास बात यह थी कि यह भारी बारिश गर्मियों के अंत में हुई, जब आमतौर पर इस क्षेत्र में बारिश की संभावना बेहद कम होती है।
नासा द्वारा ली गई उपग्रह तस्वीरों में रेगिस्तान के बदलते हुए परिदृश्य की अद्भुत तस्वीरें सामने आईं, खासकर इरिकी झील के पास। इरिकी झील, जो ज़गोरा और टाटा शहरों के बीच स्थित है, पिछले पचास वर्षों से सूखी पड़ी थी, लेकिन इस बार लगातार बारिश ने इसे फिर से पानी से भर दिया। यह परिवर्तन इस क्षेत्र के पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी, क्योंकि दशकों से सूखे पड़े इलाके अचानक पानी से भर गए।
दो दिनों तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने न केवल झीलों को फिर से भर दिया, बल्कि दक्षिण-पूर्वी मोरक्को के कई हिस्सों में बाढ़ भी ला दी। यह बारिश सामान्य वार्षिक औसत से कहीं अधिक थी, जिससे रेगिस्तानी इलाकों में एक असाधारण और गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। जहाँ एक ओर इस बारिश ने लंबे समय से सूखे पड़े क्षेत्रों में पानी की कमी को पूरा किया, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए अचानक आई बाढ़ से चुनौतियाँ भी खड़ी हो गईं, क्योंकि बाढ़ से घरों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचने का खतरा बढ़ गया।
यह दुर्लभ मौसमीय घटना जलवायु परिवर्तन के संभावित प्रभावों की ओर भी इशारा करती है, क्योंकि अत्यधिक शुष्क क्षेत्रों में इस तरह की चरम मौसमी घटनाओं की आवृत्ति भविष्य में बढ़ सकती है। सहारा के इन अस्थायी झीलों और पानी से भरे मैदानों ने प्रकृति की अप्रत्याशित शक्ति और पृथ्वी के जलवायु परिवर्तनशीलता का एक नया उदाहरण पेश किया है।
हालांकि जल्द ही यह पानी धीरे-धीरे सूख जाएगा, लेकिन इस दुर्लभ बारिश से जो परिवर्तन हुए हैं, वे न केवल स्थानीय पर्यावरण बल्कि इस क्षेत्र के निवासियों के जीवन पर भी लंबे समय तक प्रभाव डालेंगे।