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भारत का नैतिक AI विकास के प्रति समर्पण: जिम्मेदार परियोजनाओं पर ध्यान

अनूप सिंह

भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के वैश्विक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसमें IndiaAI मिशन के तहत नैतिक AI विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई गई है। इस पहल के हिस्से के रूप में, जिम्मेदार AI को बढ़ावा देने के लिए “सुरक्षित और विश्वसनीय AI स्तंभ” के अंतर्गत आठ परियोजनाओं का चयन किया गया है। यह कदम भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और नैतिक AI प्रथाओं को बढ़ावा देने की व्यापक दृष्टि के साथ मेल खाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि AI प्रौद्योगिकियों का विकास जिम्मेदारीपूर्वक, पारदर्शी और निजता-संरक्षण के साथ किया जाए।

IndiaAI मिशन: नैतिक AI की दिशा में एक मार्ग

IndiaAI, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय (MeitY) के डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के तहत एक समर्पित व्यावसायिक प्रभाग है, समाज के सभी स्तरों पर AI के लाभों का लोकतांत्रीकरण करने के अग्रिम मोर्चे पर है। मिशन का उद्देश्य न केवल भारत को AI के वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है, बल्कि तकनीकी उन्नति के माध्यम से समावेशी विकास को भी बढ़ावा देना है।

AI से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों, जैसे डेटासेट में पूर्वाग्रह और निजता संबंधी चिंताओं को पहचानते हुए, मिशन ने देश की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार स्वदेशी उपकरणों, ढांचों और दिशानिर्देशों के विकास को प्राथमिकता दी है। इस समर्थन के लिए, IndiaAI मिशन ने जिम्मेदार AI परियोजनाओं के प्रस्तावों की मांग के लिए एक अभिरुचि अभिव्यक्ति (EoI) जारी की। शैक्षणिक संस्थानों, स्टार्ट-अप्स, अनुसंधान संगठनों और नागरिक समाज से आए 2000 से अधिक प्रस्तावों में से आठ प्रमुख परियोजनाओं का चयन किया गया, जिनका उद्देश्य AI पूर्वाग्रह, निजता, व्याख्यात्मकता और नैतिक शासन जैसे ज्वलंत मुद्दों का समाधान करना है।

चयनित परियोजनाएं: एक निकट दृष्टि

IndiaAI मिशन के तहत चयनित आठ परियोजनाएं AI नैतिकता और शासन पर जोर देते हुए विविध विषयों पर केंद्रित हैं:

1. मशीन अनलर्निंग: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जोधपुर जनरेटिव मॉडलों में मशीन अनलर्निंग पर काम करेगा, जिसका उद्देश्य AI प्रणालियों की सुरक्षा और निजता को बढ़ाते हुए कुछ डेटा को भूलने की क्षमता में सुधार करना है।

2. सिंथेटिक डेटा जनरेशन: IIT रुड़की की परियोजना मशीन लर्निंग पाइपलाइनों के भीतर सिंथेटिक डेटा उत्पन्न करने और पूर्वाग्रह को कम करने पर ध्यान केंद्रित करेगी, यह सुनिश्चित करते हुए कि AI प्रणालियाँ निष्पक्षता के साथ कार्य करें।

3. AI पूर्वाग्रह को कम करना: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) रायपुर स्वास्थ्य देखभाल AI प्रणालियों में पूर्वाग्रह को कम करने के लिए रणनीतियाँ विकसित करेगा, जिससे चिकित्सा AI अनुप्रयोगों में सटीकता में सुधार हो सके।

4. व्याख्यात्मक AI: रक्षा उन्नत प्रौद्योगिकी संस्थान (DIAT), पुणे, माईंडग्राफ टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर व्याख्यात्मक AI मॉडल विकसित करेगा, जो विशेष रूप से रक्षा और सुरक्षा अनुप्रयोगों के लिए निजता और सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे।

5. निजता संवर्धन उपकरण: IIT दिल्ली, अन्य संस्थानों के सहयोग से, निजता-संरक्षण वाले मशीन लर्निंग मॉडल पर काम करेगा, जो डेटा लीक और संवेदनशील जानकारी के अनधिकृत एक्सेस की चिंताओं को दूर करेगा।

6. AI नैतिक प्रमाणन: इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) दिल्ली और दूरसंचार अभियांत्रिकी केंद्र (TEC) के साथ मिलकर “निष्पक्ष” AI मॉडल का आकलन करने वाला “निष्पक्ष” नामक एक उपकरण विकसित करेगा, जिससे AI प्रणालियाँ निष्पक्ष बनी रहें।

7. AI एल्गोरिदम ऑडिटिंग: सिविक डेटा लैब्स पारखAI नामक एक ओपन-सोर्स टूलकिट बनाएगा, जो AI एल्गोरिदम का पारदर्शी तरीके से मूल्यांकन करने के लिए हितधारकों को सक्षम बनाएगा।

8. AI शासन परीक्षण: अमृता विश्व विद्यापीठम, TEC के साथ साझेदारी में, बड़े भाषा मॉडलों (LLMs) की पारदर्शिता, जोखिम आकलन और ज्ञान परीक्षण के लिए एक ढांचा डिजाइन करेगा, जिससे AI प्रणालियों के जिम्मेदार शासन को सुनिश्चित किया जा सके।

नैतिक AI को बढ़ावा: सुरक्षित भविष्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता

भारत की नैतिक AI विकास के प्रति प्रतिबद्धता इन परियोजनाओं में परिलक्षित होती है, जो मशीन अनलर्निंग, पूर्वाग्रह को कम करना, निजता संरक्षण और एल्गोरिदम ऑडिटिंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों को कवर करती हैं। यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि स्वास्थ्य देखभाल, सुरक्षा और शासन जैसे क्षेत्रों में उपयोग की जाने वाली AI प्रौद्योगिकियाँ पारदर्शी, व्याख्यात्मक और उत्तरदायी हों।

IndiaAI मिशन नवाचार को बढ़ावा देने के साथ-साथ नैतिक सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है, यह सुनिश्चित करते हुए कि AI प्रणालियाँ समाज के लिए लाभदायक हों और व्यक्तिगत अधिकारों और निजता का उल्लंघन न करें। इन परियोजनाओं में निवेश करके, भारत उस भविष्य की नींव रख रहा है जहाँ AI समावेशी विकास, निष्पक्षता और तकनीकी आत्मनिर्भरता का एक उपकरण बनेगा।

यह पहल वैश्विक मानकों को आकार देने में भारत की भूमिका को रेखांकित करती है और AI प्रौद्योगिकियों के नैतिक विकास में योगदान देती है। IndiaAI मिशन के प्रयास सभी के लाभ के लिए AI के दोहन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर प्रस्तुत करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रौद्योगिकी का उपयोग भारत की अनूठी सामाजिक आवश्यकताओं और मूल्यों के साथ मेल खाता हो।

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