मिशिगन में इस साल चुनावी मुकाबले के बीच शनिवार को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा दोनों ही अपने-अपने पक्ष में समर्थन जुटाते नज़र आए। ट्रंप ने डेट्रॉइट के पास एक रैली में मुस्लिम और अरब-अमेरिकी मतदाताओं के साथ-साथ ऑटो वर्कर्स का समर्थन मांगा, वहीं मिशेल ओबामा ने डेमोक्रेटिक रैली में उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए भावुक अपील की।
मिशिगन में बड़ी संख्या में मुस्लिम और अरब-अमेरिकी मतदाता हैं, जो वर्तमान में गाजा में हो रहे संघर्ष को लेकर चिंतित हैं। डेट्रॉइट के उपनगर नोवी में हुई रैली में ट्रंप ने इन मतदाताओं से समर्थन की अपील करते हुए कहा कि वे मध्य पूर्व में शांति स्थापित करेंगे। उन्होंने हाल ही में स्थानीय इमामों से मुलाकात का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष समाप्त होंगे और स्थिरता आएगी। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि मुस्लिम-अमेरिकियों के लिए उनका प्रशासन एक बेहतर विकल्प साबित होगा।
इस रैली में ट्रंप ने मिशिगन के ऑटो उद्योग से जुड़े कर्मचारियों का भी समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते प्रभाव से ऑटो वर्कर्स की नौकरियों पर मंडराते खतरे को देखते हुए वे इस उद्योग में सुधार लाएंगे और आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे। मिशिगन में स्थित डेट्रॉइट का ऑटोमोबाइल मुख्यालय और इस क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को सुधारने का वादा करते हुए ट्रंप ने बताया कि उनका नेतृत्व उद्योग के पुनरुत्थान में सहायक होगा।
दूसरी ओर, डेमोक्रेटिक रैली में मिशेल ओबामा ने कमला हैरिस के लिए समर्थन मांगा। ओबामा ने मध्यवर्गीय परिवारों, श्रमिक अधिकारों और संतुलित विदेशी नीति को लेकर डेमोक्रेट्स की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो अरब-अमेरिकी समुदाय के विचारों को भी ध्यान में रखती है।
मिशिगन में पहले से ही प्रारंभिक मतदान शुरू हो चुका है, और दोनों ही दल अपने-अपने पक्ष में अधिक से अधिक समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। चुनाव का परिणाम घरेलू उद्योगों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों दोनों पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है, जिसके कारण मिशिगन एक महत्वपूर्ण चुनावी मैदान बन गया है।