अमेरिका में पवन ऊर्जा क्षेत्र ने 2024 में राष्ट्रीय बिजली ग्रिड में ऐतिहासिक योगदान किया है, जो अब देश का दूसरा सबसे बड़ा स्वच्छ ऊर्जा स्रोत बन गया है, केवल परमाणु ऊर्जा से पीछे। यह उपलब्धि दर्शाती है कि पवन ऊर्जा, अमेरिका के बिजली मिश्रण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और हर साल बिजली उत्पादन में अपना योगदान बढ़ा रही है।
हालांकि हाल के वर्षों में पवन ऊर्जा क्षेत्र को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है – जैसे कि श्रम खर्च में वृद्धि, आपूर्ति श्रृंखला में बाधाएं, और नए पवन ऊर्जा फार्मों के निर्माण में देरी। लेकिन हाल ही में विकास लागत में कमी और 2025 में मिलने वाले कर प्रोत्साहनों ने पवन ऊर्जा परियोजनाओं को नई गति दी है। इन सुधारों के चलते पवन ऊर्जा क्षमता में 2019 से अब तक 46% की वृद्धि हुई है और पिछले दशक में यह 135% तक बढ़ी है।
पिछले दस वर्षों में अमेरिका में पवन ऊर्जा की क्षमता औसतन 9% प्रति वर्ष की दर से बढ़ी है। यह दर यूरोप की तुलना में थोड़ी अधिक है, लेकिन वैश्विक औसत 13% से कम है। चीन, जो कि पवन ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्पादक है, 19% प्रति वर्ष की दर से तेज़ी से बढ़ रहा है। हालांकि, अमेरिका अब भी कुल पवन ऊर्जा क्षमता के मामले में दूसरे स्थान पर है, और इसका कुल पवन ऊर्जा उत्पादन जर्मनी, भारत, और स्पेन से अधिक है, जबकि चीन का उत्पादन 441 GW के साथ सबसे आगे है।
अमेरिका में पवन ऊर्जा क्षमता में इस स्थिर वृद्धि ने देश के बिजली उत्पादन मिश्रण में एक बड़ा बदलाव किया है। जैसे-जैसे नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन विस्तार कर रहे हैं और लागत प्रभावी हो रहे हैं, पवन ऊर्जा की भूमिका भविष्य में और भी महत्वपूर्ण होती जाएगी। आगामी कर प्रोत्साहनों और अनुकूल लागत परिस्थितियों के साथ, अमेरिका का पवन ऊर्जा क्षेत्र अपनी वृद्धि की दिशा में आगे बढ़ता रहेगा, जिससे एक अधिक टिकाऊ और विविधीकृत ऊर्जा भविष्य का निर्माण संभव हो सकेगा।