कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) को भंग करने का निर्णय लिया। यह कदम पार्टी के संगठनात्मक सुधार और पार्टी की कार्यशैली को मजबूती देने के उद्देश्य से उठाया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला अध्यक्षों और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के पूरे संगठन को तुरंत प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी, जैसा कि पार्टी के आधिकारिक बयान में बताया गया।
इस कदम के पीछे पार्टी की आंतरिक फूट और राजयसभा उपचुनावों में आई पराजय को मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस उपचुनाव में कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार की हार के बाद पार्टी में आंतरिक मतभेदों का खुलासा हुआ था। हालांकि, बाद में कांग्रेस ने कई अन्य उपचुनावों में विजय प्राप्त की और राज्य सरकार को स्थिर बनाए रखा।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के भंग किए गए संगठन की पुनर्गठन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, जिसमें नए नेतृत्व का चयन किया जाएगा ताकि पार्टी को और अधिक सशक्त और संगठित किया जा सके। कांग्रेस के इस कदम से यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले चुनावों में पार्टी अपनी स्थिति को और मजबूत कर पाएगी और आगामी चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकेगी।