
भारत में बागवानी उत्पादन लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। हाल ही में, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2023-24 के अंतिम अनुमान और 2024-25 के प्रथम अग्रिम अनुमान को मंजूरी देते हुए महत्वपूर्ण आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए अनेक योजनाओं को लागू किया जा रहा है, जिनका सकारात्मक प्रभाव बागवानी उत्पादन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
बागवानी उत्पादन: 2023-24 के अंतिम अनुमान
वर्ष 2023-24 में भारत में कुल बागवानी उत्पादन 354.74 मिलियन टन रहने का अनुमान है। इस दौरान 29.09 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी फसलें उगाई गईं, जो कि 2022-23 की तुलना में 2.28% (0.65 मिलियन हेक्टेयर) अधिक है।
मुख्य बिंदु:
- फलों का उत्पादन:
- कुल उत्पादन 1129.78 लाख टन रहने का अनुमान।
- आम, केला, शरीफा, अंगूर और कटहल के उत्पादन में बढ़ोतरी।
- सब्जियों का उत्पादन:
- उत्पादन 2072.08 लाख टन होने की संभावना।
- टमाटर, लौकी, गोभी, गाजर, टैपिओका, करेला और खीरे की खेती में वृद्धि।
- प्याज उत्पादन:
- 2023-24 में प्याज का उत्पादन 242.67 लाख टन रहने की संभावना, जबकि 2022-23 में यह 302.08 लाख टन था।
- टमाटर उत्पादन:
- 2022-23 की तुलना में 2023-24 में 4.40% वृद्धि के साथ उत्पादन 213.23 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद।
- औषधीय और सुगंधित पौधे:
- इनका उत्पादन 19.44% बढ़कर 6.08 लाख टन से 7.26 लाख टन हो गया है।
- फूलों का उत्पादन:
- 2022-23 में 30.97 लाख टन से बढ़कर 2023-24 में 35.35 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान।
- मसालों का उत्पादन:
- 2023-24 में 124.84 लाख टन उत्पादन का अनुमान।
- जीरा, सौंफ, अदरक और लाल मिर्च के उत्पादन में वृद्धि।
बागवानी उत्पादन: 2024-25 के प्रथम अग्रिम अनुमान
वर्ष 2024-25 में बागवानी उत्पादन 362.09 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो कि 2023-24 की तुलना में 73.42 लाख टन (2.07%) अधिक है।
प्रमुख बिंदु:
- फलों का उत्पादन:
- 2.48 लाख टन की वृद्धि के साथ 1132.26 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान।
- आम, अंगूर और केले के उत्पादन में वृद्धि।
- सब्जियों का उत्पादन:
- 2145.63 लाख टन तक पहुंचने की संभावना।
- प्याज, आलू, टमाटर, हरी मिर्च, फूलगोभी और मटर के उत्पादन में बढ़ोतरी।
- प्याज उत्पादन:
- 2023-24 के 242.67 लाख टन से बढ़कर 2024-25 में 288.77 लाख टन होने की उम्मीद।
- आलू उत्पादन:
- उत्पादन 595.72 लाख टन तक पहुंचने की संभावना।
- टमाटर उत्पादन:
- 2023-24 की तुलना में 1.06% वृद्धि के साथ 215.49 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान।
- मसाले:
- कुल मसाला उत्पादन 119.96 लाख टन होने की संभावना।
- लहसुन और हल्दी के उत्पादन में वृद्धि।
कुल बागवानी क्षेत्र और उत्पादन की तुलना
सरकार की योजनाएं और कृषि क्षेत्र में सुधार
बागवानी क्षेत्र में बढ़ते उत्पादन के पीछे सरकार की योजनाओं और समर्थन नीतियों का बड़ा योगदान है। कृषि मंत्रालय किसानों को तकनीकी सहायता, बीज वितरण, सिंचाई सुविधाएं और प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खेती-किसानी को एक नए स्तर पर ले जाने का प्रयास कर रही है।
सरकार द्वारा उठाए गए कुछ प्रमुख कदम:
- राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत किसानों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना से फसल की उपज बढ़ाने के लिए सही पोषण प्रदान करना।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से पानी की बचत और प्रभावी सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देना।
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
निष्कर्ष
भारत में बागवानी क्षेत्र निरंतर प्रगति कर रहा है, और सरकार की नीतियों एवं योजनाओं का सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। 2023-24 और 2024-25 के अनुमानों से यह स्पष्ट होता है कि देश में फल, सब्जियां, फूल, मसाले और औषधीय पौधों के उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र भारतीय कृषि अर्थव्यवस्था में और अधिक योगदान देगा और किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।