हाल ही में जारी ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI) ने 2024 के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों की सूची प्रकाशित की है। इस सूची में कई ऐसे देश शामिल हैं जहां लगातार संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता और मानवता पर संकट बढ़ता जा रहा है।
सर्वाधिक खतरनाक देश:
- यमन: इस साल की रिपोर्ट में यमन को सबसे खतरनाक देश के रूप में शीर्ष पर रखा गया है। 2015 में शुरू हुए गृह युद्ध के बाद से यमन ने बड़े पैमाने पर अकाल, बीमारी और ढांचे के पतन का सामना किया है, जिससे यह देश दुनिया के सबसे खतरनाक क्षेत्रों में शुमार हो गया है।
- सूडान: सूडान में जारी संघर्ष, विशेषकर डारफुर और दक्षिण कोर्डोफान जैसे क्षेत्रों में, लाखों लोगों को विस्थापित कर चुका है। इस संकट ने सूडान को अत्यंत असुरक्षित बना दिया है।
- दक्षिण सूडान: 2011 में स्वतंत्रता के बाद से, दक्षिण सूडान कई आंतरिक संघर्षों और समस्याओं का सामना कर रहा है। इसकी स्थिति को 3.324 के GPI स्कोर के साथ गंभीर माना गया है।
- अफगानिस्तान: अफगानिस्तान, जहां आतंकवाद और व्यापक हिंसा सामान्य हो चुके हैं, 3.294 के GPI स्कोर के साथ खतरनाक देशों की सूची में शामिल है।
- यूक्रेन: रूस द्वारा 2022 में आक्रमण के बाद से यूक्रेन की सुरक्षा स्थिति में भारी गिरावट आई है। इस संघर्ष ने देश में मानवीय संकट पैदा कर दिया है।
अन्य प्रमुख देश:
- रूस: यूक्रेन युद्ध के चलते रूस भी खतरनाक देशों की सूची में शामिल हो गया है। इसके 3.249 के GPI स्कोर ने इसकी स्थिति को गंभीर बना दिया है।
- डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC): डीआरसी में चल रहे संघर्षों ने इसे अफ्रीका के सबसे खतरनाक देशों में से एक बना दिया है।
- सीरिया: 2011 से चल रहे गृह युद्ध ने सीरिया को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में बना दिया है।
- माली: 2012 से सशस्त्र संघर्ष से जूझ रहे माली की स्थिति भी गंभीर है, विशेषकर तुआरेग विद्रोहियों के बाद।
रिपोर्ट का उद्देश्य
ग्लोबल पीस इंडेक्स हर साल 23 संकेतकों पर 163 देशों का मूल्यांकन करता है, जिसमें आंतरिक संघर्ष, सामाजिक सुरक्षा, और सैन्यीकरण के स्तर शामिल हैं। इस रिपोर्ट का उद्देश्य उन देशों को उजागर करना है जहां युद्ध, हिंसा, और राजनीतिक अस्थिरता के कारण जीवन कठिन हो गया है।
यह रिपोर्ट उन देशों के लिए एक चेतावनी है जहां सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता की वजह से जीवन की गुणवत्ता और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ा है।