नाशिक, 1 सितंबर 2024: देश में महिलाओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय मंच पर लगातार उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने के इस दौर में, केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्यमंत्री, श्रीमती रक्षा निकिल खडसे ने महिलाओं के आत्मरक्षा कौशल को सुदृढ़ बनाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में, महिलाओं के लिए आत्मरक्षा के आवश्यक कौशलों को सीखना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
यह विचार उन्होंने नाशिक के पंचवटी स्थित मीनाताई ठाकरे स्टेडियम में चल रहे पश्चिम क्षेत्र अस्मिता जूडो लीग के दौरान व्यक्त किए। इस लीग का आयोजन खेलो इंडिया के अंतर्गत ‘महिलाओं के लिए खेल’ पहल के तहत खेल विभाग और युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जाता है।
अस्मिता जूडो लीग में कुल 800 प्रतिभागी चार श्रेणियों – वरिष्ठ, जूनियर, कैडेट, और उप-जूनियर – में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। यह आयोजन 31 अगस्त से शुरू होकर 3 सितंबर तक चलेगा।
इस लीग का उद्देश्य महिलाओं को खेल के माध्यम से न केवल अपनी शारीरिक क्षमता को बेहतर बनाना है, बल्कि आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण कौशल सीखने और समाज में आत्मविश्वास पैदा करने का भी है। श्रीमती खडसे ने कहा कि जूडो जैसी खेलकला महिलाओं को आत्मरक्षा की तकनीक सिखाने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा, “आज के समय में, खासतौर से महिलाओं और बच्चों के लिए आत्मरक्षा सीखना अनिवार्य हो गया है। समाज में घटित हो रही विभिन्न घटनाओं के मद्देनजर, यह आवश्यक है कि वे अपनी सुरक्षा कर सकें।”
उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय इस बात का ध्यान रखेगा कि अस्मिता कार्यक्रम के तहत सभी आवश्यक संसाधन, चाहे वह प्रशिक्षक हों या बुनियादी सुविधाएं, खिलाड़ियों तक पहुंचाई जाएं। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को सभी स्कूलों में लागू करने पर चर्चा करने की भी बात कही।
इस लीग में राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा, दमन और दीव सहित कई राज्यों से युवा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। केंद्रीय मंत्री ने माता-पिता से अपील की