विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स के खिलाफ पहले टीके को अपनी मंजूरी दे दी है, जिससे इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने यह घोषणा इतनी तेजी से की कि इसने टीका निर्माता कंपनी को भी चौंका दिया। यह टीका डेनमार्क की कंपनी बैवेरियन नॉर्डिक द्वारा निर्मित है।
इस टीके को पहले से ही यूरोप, अमेरिका और अन्य उच्च-आय वाले देशों के नियामक अधिकारियों से मंजूरी मिल चुकी थी, खासकर 2022 में वैश्विक मंकीपॉक्स के प्रकोप के दौरान। हालांकि, कम और मध्यम आय वाले देश डब्ल्यूएचओ की ओर देखते हैं, जो ‘प्रीक्वालिफिकेशन’ प्रक्रिया के माध्यम से यह सुनिश्चित करता है कि कौन-सी दवाएं, टीके और स्वास्थ्य तकनीकें सुरक्षित और सीमित स्वास्थ्य निधि के कुशल उपयोग के योग्य हैं। इस प्रक्रिया में डब्ल्यूएचओ द्वारा अब तक देरी की गई थी, जिसे अब जाकर मंजूरी मिली है।
पिछले महीने मंकीपॉक्स को एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के बावजूद, डब्ल्यूएचओ को टीके को प्रीक्वालिफिकेशन की मुहर देने या आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) प्रदान करने में देरी के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बैवेरियन नॉर्डिक ने 2023 में टीके, जिसे जीनियोस कहा जाता है, की सुरक्षा और प्रभावशीलता डेटा को डब्ल्यूएचओ को प्रस्तुत किया था।
डब्ल्यूएचओ ने अपने धीमे मूल्यांकन की प्रक्रिया का बचाव करते हुए कहा था कि इस टीके का सावधानीपूर्वक अध्ययन आवश्यक था। इसके अलावा, जिन तीन टीकों का उपयोग मंकीपॉक्स के खिलाफ किया गया है, वे मूल रूप से चेचक के टीकाकरण के लिए डिजाइन किए गए थे। इन टीकों को उन जगहों पर वितरित करना, जहां संसाधन सीमित हैं, जैसे मध्य अफ्रीका, उच्च-आय वाले देशों से अलग परिस्थितियों से निपटने की जरूरत होती है। इस कारण से, डब्ल्यूएचओ ने इस प्रक्रिया को धीमी गति से चलाने का निर्णय लिया ताकि इन चुनौतियों को प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
अब, डब्ल्यूएचओ की मंजूरी के साथ, मंकीपॉक्स के खिलाफ लड़ाई में एक नई गति मिलेगी। यह मंजूरी विशेष रूप से उन देशों के लिए महत्वपूर्ण है, जो डब्ल्यूएचओ की प्रीक्वालिफिकेशन पर निर्भर करते हैं। यह निर्णय न केवल टीके की सुरक्षा और प्रभावशीलता को मान्यता देता है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि डब्ल्यूएचओ विश्व स्तर पर स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए अपनी प्रक्रिया में सुधार कर रहा है।
अंत में, मंकीपॉक्स टीके की मंजूरी से यह स्पष्ट होता है कि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों को समय पर निर्णय लेने की आवश्यकता है, ताकि वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का तेजी से और प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके। बैवेरियन नॉर्डिक का जीनियोस टीका अब एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है, जो मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों को इस वायरस के प्रसार को रोकने में मदद करेगा।