कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की 41 दिन लंबी हड़ताल खत्म हो गई है। गुरुवार को जनरल बॉडी की बैठक के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया और घोषणा की कि वे शनिवार से काम पर लौटेंगे। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं फिर से शुरू होंगी, लेकिन ओपीडी सेवाएं फिलहाल निलंबित रहेंगी।
हड़ताल समाप्त होने का प्रभाव
1. आपातकालीन सेवाएं बहाल: हड़ताल खत्म होने से अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं पुनः शुरू हो जाएंगी। इससे मरीजों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सकेगी, जिससे उनकी जान बचाने में मदद मिलेगी।
2. ओपीडी सेवाएं निलंबित: हालांकि ओपीडी सेवाएं बंद रहने से आम मरीजों को नियमित चेकअप और परामर्श के लिए परेशानी हो सकती है। यह स्थिति तब तक बनी रह सकती है जब तक डॉक्टर पूरी तरह से काम पर नहीं लौटते।
3. रोगियों की राहत: लंबी हड़ताल के कारण जो मरीज इलाज के लिए भटक रहे थे, अब उन्हें राहत मिलेगी। विशेष रूप से गंभीर मामलों में त्वरित उपचार का रास्ता खुलेगा।
4. स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव: हड़ताल के कारण पहले से प्रभावित स्वास्थ्य सेवाओं पर अब तेज़ी से काम करने का दबाव होगा, क्योंकि अस्पताल को कई दिनों की सेवाओं का बैकलॉग पूरा करना होगा।
निष्कर्ष
डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं बहाल हो जाएंगी, लेकिन ओपीडी सेवाओं के निलंबन से आम मरीजों को अभी भी दिक्कत हो सकती है।