नवम्बर 22, 2024

भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने का काम: खर्च होंगे 31 हजार करोड़ रुपये

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प्रतीकात्मक तस्वीर

अनूप सिंह [ रिपोर्टर चित्रकूट ]

भारत-म्यांमार की 1,643 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने का कार्य जारी है। इस योजना की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दी है। इस परियोजना के तहत बाड़ लगाने में 31 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। अब तक 30 किलोमीटर के हिस्से पर बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है, जिसमें से मोरेह के पास लगभग 10 किलोमीटर का हिस्सा पहले ही तैयार कर लिया गया है।

योजना का उद्देश्य और इसके लाभ

इस बाड़ का उद्देश्य कई स्तरों पर देश की सुरक्षा को मजबूत करना है। निम्नलिखित इसके कुछ प्रमुख लाभ हैं:

1. अवैध घुसपैठ और तस्करी पर रोक: भारत-म्यांमार सीमा पर अवैध घुसपैठ और तस्करी की घटनाएं लंबे समय से चिंता का विषय रही हैं। सीमा पर बाड़ लगाने से इन गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत होगी।

2. आतंकवाद और विद्रोह पर अंकुश: सीमा क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी और विद्रोही समूहों द्वारा घुसपैठ के लिए किया जाता है। बाड़ लगाने से इन समूहों की गतिविधियों पर नजर रखना आसान होगा और उनकी गतिविधियों को सीमित किया जा सकेगा।

3. समुद्री सुरक्षा में सुधार: यह सीमा सिर्फ भूमि पर ही नहीं, बल्कि समुद्री मार्गों पर भी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। सीमा पर निगरानी बढ़ने से समुद्री तस्करी और अवैध प्रवास को रोका जा सकेगा।

4. स्थानीय समुदायों की सुरक्षा: सीमा पर बाड़ लगाने से सीमा के निकट रहने वाले स्थानीय समुदायों की सुरक्षा बढ़ेगी। तस्करी और अवैध गतिविधियों के कारण होने वाले अपराधों में कमी आएगी, जिससे इन क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा का वातावरण स्थापित होगा।

5. आर्थिक सुरक्षा: अवैध व्यापार और तस्करी पर रोक से देश की आर्थिक सुरक्षा में भी सुधार होगा। इससे सीमा क्षेत्र में कानूनी और वैध व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र का विकास होगा।

सरकार का व्यापक दृष्टिकोण

भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने की यह योजना सरकार के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश की सीमाओं को सुरक्षित करना है। यह परियोजना सिर्फ सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि सीमा क्षेत्र में विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण है। बाड़ लगाने से सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पर निगरानी बढ़ाने में सहायता मिलेगी, जिससे देश के सुरक्षा तंत्र को और मजबूती मिलेगी।

इस प्रकार, भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने की यह पहल न केवल सुरक्षा को बढ़ाएगी, बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी देश के लिए फायदेमंद साबित होगी।

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