प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मध्य प्रदेश, बिहार और असम दौरा: विकास की नई ऊँचाइयाँ

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 23 से 25 फरवरी 2025 तक मध्य प्रदेश, बिहार और असम का दौरा करेंगे। इस यात्रा के दौरान वे कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, उद्घाटन करेंगे और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। यह दौरा न केवल बुनियादी ढांचे और निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी नए अवसर पैदा करेगा।
मध्य प्रदेश: स्वास्थ्य और निवेश को बढ़ावा
प्रधानमंत्री 23 फरवरी को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गाँव में बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखेंगे। 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यहाँ गरीब एवं कैंसर पीड़ित मरीजों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा, 24 फरवरी को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 का उद्घाटन किया जाएगा। यह दो दिवसीय समिट मध्य प्रदेश को एक वैश्विक निवेश हब के रूप में स्थापित करने का प्रयास करेगा। इस सम्मेलन में 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और भारत के प्रमुख उद्योगपति भाग लेंगे। समिट में तीन प्रमुख औद्योगिक प्रदर्शनियाँ भी आयोजित होंगी:
- ऑटो शो – मध्य प्रदेश की ऑटोमोबाइल क्षमताओं का प्रदर्शन
- टेक्सटाइल और फैशन एक्सपो – राज्य की पारंपरिक और आधुनिक वस्त्र निर्माण क्षमताएँ
- “एक जिला-एक उत्पाद” (ODOP) गांव – राज्य की सांस्कृतिक और शिल्प विरासत का प्रदर्शन
बिहार: किसानों और पशुपालन के लिए क्रांतिकारी कदम
प्रधानमंत्री 24 फरवरी को बिहार के भागलपुर जिले में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। यहाँ वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 19वीं किस्त जारी करेंगे, जिससे देशभर के 9.7 करोड़ किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से अधिक का सीधा वित्तीय लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोतिहारी में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत स्वदेशी नस्लों के लिए उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन करेंगे। इस केंद्र का उद्देश्य स्वदेशी नस्लों के उन्नयन के लिए आधुनिक प्रजनन तकनीकों का उपयोग करना और किसानों को प्रशिक्षित करना है।
प्रधानमंत्री बरौनी में दुग्ध उत्पाद संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे 3 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों को एक संगठित बाजार उपलब्ध होगा। साथ ही, वे वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया रेल खंड के दोहरीकरण और इस्माइलपुर-रफीगंज रोड ओवर ब्रिज का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
असम: सांस्कृतिक और निवेश को बढ़ावा
प्रधानमंत्री 24 फरवरी को गुवाहाटी में झुमोइर बिनंदिनी (मेगा झुमोर) 2025 कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस भव्य आयोजन में 8,000 से अधिक कलाकार झुमोर नृत्य प्रस्तुत करेंगे। यह कार्यक्रम असम में चाय उद्योग के 200 वर्षों और औद्योगीकरण के 200 वर्षों का प्रतीक होगा।
25 फरवरी को प्रधानमंत्री एडवांटेज असम 2.0 निवेश और अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन करेंगे। इस शिखर सम्मेलन में 240 से अधिक प्रदर्शक भाग लेंगे, जो असम के औद्योगिक विकास, वैश्विक व्यापार साझेदारी और एमएसएमई क्षेत्र को प्रदर्शित करेंगे। इसमें विभिन्न मंत्रिस्तरीय और विषयगत सत्रों के माध्यम से निवेशकों को असम के आर्थिक परिदृश्य से परिचित कराया जाएगा।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा भारत के तीन महत्वपूर्ण राज्यों में आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास को नया आयाम देगा। यह यात्रा न केवल निवेशकों को आकर्षित करेगी बल्कि किसानों, उद्योगों, स्वास्थ्य सेवाओं और सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत करेगी। इन परियोजनाओं के माध्यम से देश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और विकास की गति को तेज किया जाएगा।