दिसम्बर 3, 2024

राष्ट्रपति जो बाइडन ने उत्तर कोरिया और रूस के खतरनाक सहयोग पर जताई चिंता

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हाल ही में, एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने उत्तर कोरिया और रूस के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। यह बयान उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति योन सुक-योल और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशीबा के साथ हुई एक बैठक के बाद दिया।

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन द्वारा रूस को सैनिक भेजने और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करने की खबरों ने अमेरिका सहित अन्य देशों को भी चिंतित कर दिया है। इन गतिविधियों को देखते हुए, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने एक संयुक्त बयान जारी कर इस खतरनाक सहयोग की निंदा की है। उन्होंने कहा, “उत्तर कोरिया और रूस के बीच बढ़ते सैन्य संबंध, जिनमें शस्त्रागार और बैलिस्टिक मिसाइलों का आदान-प्रदान शामिल है, विशेष रूप से निंदा योग्य है, क्योंकि रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है।”

इस बयान में यूक्रेन के आत्मरक्षा अधिकार का समर्थन करते हुए यह भी कहा गया कि यह अधिकार संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 में निहित है। इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में रूस और उत्तर कोरिया के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि को मंजूरी दी है, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग और भी मजबूत होने की संभावना है। यह संधि दोनों देशों के बीच सैन्य और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है।

इस प्रकार, उत्तर कोरिया और रूस के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग ने वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने इस सहयोग की कड़ी निंदा की है और इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बताया है। यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है, जिसे सुलझाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।

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