विशेष अभियान 4.0 में जैव प्रौद्योगिकी विभाग का अनुकरणीय योगदान: स्वच्छता, लंबित मामलों का निपटारा और उत्कृष्ट पहलें
अनूप सिंह
जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने अपने स्वायत्त संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) के सहयोग से विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक संपन्न किया। यह अभियान प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (DARPG) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें विभाग की वैज्ञानिक शाखाओं, विभिन्न डिवीजनों और स्वायत्त संस्थानों (AIPSUs) ने सराहनीय योगदान दिया।
इस अभियान के द्वारा कार्यालयों के रिकॉर्ड की समीक्षा की गई और ‘CSMOP, GFR एवं सार्वजनिक रिकॉर्ड अधिनियम, 1993’ के तहत रिकॉर्ड को बनाए रखने या हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान 108 से अधिक स्वच्छता अभियान चलाए गए और लंबित PMO/सांसदों के संदर्भों का निपटारा किया गया। 59 लोक शिकायत याचिकाओं और 10 जन अपीलों का समाधान किया गया। इसके अतिरिक्त, अनुपयोगी और कबाड़ वस्तुओं की नीलामी से विभाग ने 15,16,404 रुपये की आय अर्जित की और 84,200 वर्ग फुट जगह मुक्त की। 8 नियमों/प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया। रिकॉर्ड प्रबंधन के तहत विभाग और इसके संगठनों ने 9152 भौतिक फाइलों और 814 ई-फाइलों की समीक्षा की, जिनमें से 5200 भौतिक फाइलों को हटाया गया और 328 ई-फाइलों को बंद किया गया।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने इस अभियान के दौरान न केवल स्वच्छता और लंबित कार्यों का निपटारा किया, बल्कि कई उत्कृष्ट पहल भी कीं। इनमें अग्नि सुरक्षा और संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम (BRIC-IBSD द्वारा) का आयोजन और निर्माण स्थलों पर बचे हुए लोहे की छड़ों/सामग्रियों से “कचरे से संपत्ति” जैसी रचनात्मक पहल (BRIC-NIAB द्वारा) शामिल थीं।
विशेष अभियान 4.0 में जैव प्रौद्योगिकी विभाग का यह प्रयास स्वच्छता, पारदर्शिता और कार्यकुशलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने सरकारी कार्यालयों को अधिक सुव्यवस्थित और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने में योगदान दिया।