नवम्बर 21, 2024

धरती के पास से गुजरेगा विशालकाय क्षुद्रग्रह 2020 VX1, NASA ने किया अलर्ट जारी

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NASA ने धरती के करीब आने वाले एक विशालकाय क्षुद्रग्रह 2020 VX1 को लेकर अलर्ट जारी किया है। यह क्षुद्रग्रह, जो लगभग 290 फीट (स्काईस्क्रेपर के बराबर) व्यास का है, 3 नवंबर 2024 को धरती के पास से गुजरेगा। यह पृथ्वी की सतह से लगभग 7.4 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर से गुजरेगा। भारतीय समयानुसार यह क्षुद्रग्रह अपनी सबसे निकटतम दूरी पर रात 12:44 बजे पहुंचेगा और 28,258 किमी/घंटा की रफ्तार से यात्रा कर रहा है।

क्षुद्रग्रह 2020 VX1: आकार और गति

2020 VX1 क्षुद्रग्रह को ‘नीयर-अर्थ ऑब्जेक्ट’ (NEO) श्रेणी में रखा गया है और यह विशेष रूप से ‘अपोलो’ समूह का हिस्सा है, जो पृथ्वी की कक्षा को पार करने वाले क्षुद्रग्रहों के लिए जाना जाता है। इस समूह के क्षुद्रग्रह आमतौर पर सूर्य के सबसे निकट (पेरिहेलियन दूरी) 1.017 AU से कम दूरी पर आते हैं, जो इन्हें पृथ्वी की कक्षा के करीब लाता है। हालांकि इसका आकार और गति काफी बड़े हैं, लेकिन यह “पोटेंशियली हैजार्डस एस्टेरॉयड” (PHA) श्रेणी में नहीं आता है।

“पोटेंशियली हैजार्डस एस्टेरॉयड” का NASA द्वारा वर्गीकरण

NASA किसी भी क्षुद्रग्रह को “पोटेंशियली हैजार्डस” तब मानता है जब उसका व्यास 150 मीटर (492 फीट) से अधिक हो और वह पृथ्वी से 7.5 मिलियन किलोमीटर (4.6 मिलियन मील) के अंदर से गुजरे। हालांकि 2020 VX1 का आकार बड़ा है, लेकिन यह न तो इस वर्ग के व्यास को पूरा करता है और न ही यह दूरी के मानकों के तहत पृथ्वी के लिए कोई बड़ा खतरा है।

NASA की सतर्कता और क्षुद्रग्रह विचलन प्रयास

NASA निरंतर इन NEOs पर नजर रखता है ताकि किसी भी प्रकार के संभावित खतरे की पहचान पहले से ही की जा सके। हाल ही में NASA ने ‘डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट’ (DART) मिशन के जरिए यह परीक्षण किया कि किसी क्षुद्रग्रह की कक्षा को बदलना संभव है या नहीं। 2022 में, इस मिशन ने डाइमॉर्फोस नामक एक छोटे क्षुद्रग्रह की कक्षा को सफलतापूर्वक बदल दिया था। यह प्रयोग बताता है कि यदि भविष्य में किसी क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से टकराने की संभावना बनी तो उसे हटाना संभव हो सकता है।

निष्कर्ष: सावधानी की जरूरत

हालांकि क्षुद्रग्रह 2020 VX1 वर्तमान में पृथ्वी के लिए कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन NASA का यह अलर्ट हमें सावधानी बनाए रखने की आवश्यकता की याद दिलाता है। इस तरह के NEOs पर नजर रखना और उनके संभावित जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे तकनीक में उन्नति होती जा रही है, हमें भविष्य में इन खगोलीय पिंडों के प्रभाव से बचाने के लिए निरंतर सतर्क और तैयार रहना चाहिए।

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