‘जय शिवाजी जय भारत’ पदयात्रा: वीरता और एकता का प्रतीक
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छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती को गौरवपूर्ण तरीके से मनाने के लिए महाराष्ट्र में ‘जय शिवाजी जय भारत’ पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन न केवल उनकी वीरता और नेतृत्व को श्रद्धांजलि देगा, बल्कि भारत के युवाओं को एकजुट करने और राष्ट्रभक्ति की भावना को मजबूत करने का भी एक अवसर होगा। इस ऐतिहासिक पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस भी भाग लेंगे।
20,000 युवा स्वयंसेवकों की ऐतिहासिक भागीदारी
इस पदयात्रा में 20,000 से अधिक एमवाई भारत युवा स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत के प्रति अपनी आस्था और सम्मान प्रकट करेंगे। यह यात्रा पुणे के सीओईपी कॉलेज ग्राउंड से शुरू होकर फर्ग्यूसन कॉलेज पर समाप्त होगी और लगभग 4 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
यह केवल पुणे तक सीमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के सभी 36 जिलों में एक साथ इसी तरह की पदयात्राओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय नेता, नागरिक और युवा मिलकर भाग लेंगे। यह पहल महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों और आदर्शों को जीवंत बनाए रखने का कार्य करेगी।
पदयात्रा से पहले आयोजित विशेष कार्यक्रम
इस भव्य आयोजन से पहले, महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में शिवाजी महाराज की जयंती को समर्पित विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें शामिल हैं:
- स्वच्छता अभियान: शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं और ऐतिहासिक स्थलों की सफाई।
- योग सत्र: युवाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विशेष सत्र।
- व्याख्यान: शिवाजी महाराज के जीवन, उनकी युद्ध रणनीतियों और प्रशासनिक नीतियों पर विद्वानों द्वारा चर्चा।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: शिवाजी महाराज की गाथा को प्रस्तुत करने वाले नाटक, प्रतियोगिताएँ और जुलूस।
छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत का सम्मान
यह पदयात्रा संविधान के 75 वर्ष पूरे होने और भारत की सांस्कृतिक विविधता के उत्सव का हिस्सा भी है। इसी श्रृंखला में पूरे वर्ष देशभर में कुल 24 पदयात्राएँ आयोजित की जाएँगी, जिससे देशभर में देशभक्ति और एकता की भावना को प्रोत्साहित किया जाएगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज केवल एक राजा ही नहीं थे, बल्कि एक दूरदर्शी नेता, अद्भुत रणनीतिकार और जनता के रक्षक थे। उनका जीवन हमें सिखाता है कि किस प्रकार कठिनाइयों के बावजूद आत्मनिर्भरता, अनुशासन और परिश्रम से विजय प्राप्त की जा सकती है।
एमवाई भारत पोर्टल के माध्यम से सहभागिता का अवसर
युवा मंत्रालय ने देशभर के युवाओं से इस पदयात्रा में भाग लेने के लिए एमवाई भारत पोर्टल (www.mybharat.gov.in) पर पंजीकरण करने का आह्वान किया है। इससे युवाओं को राष्ट्रनिर्माण और शिवाजी महाराज की गौरवशाली विरासत को सम्मान देने का अवसर मिलेगा।
निष्कर्ष
‘जय शिवाजी जय भारत’ पदयात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति और वीरता का एक जीवंत उदाहरण है। यह भारत के युवाओं को न केवल शिवाजी महाराज के आदर्शों से प्रेरित करेगी, बल्कि उन्हें एकता, साहस और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को मजबूत करने का भी अवसर देगी। महाराष्ट्र के सभी 36 जिलों में आयोजित यह यात्रा इतिहास और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का एक प्रयास है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।