कुलगाम पुलिस साइबर सेल ने 30 स्मार्टफोन बरामद किए, साइबर अपराध से बचाव के लिए दी चेतावनी
जम्मू और कश्मीर के कुलगाम जिले में पुलिस के साइबर सेल ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 30 चोरी और गुमशुदा स्मार्टफोन बरामद किए हैं। यह ऑपरेशन उस समय अंजाम दिया गया जब आम जनता की ओर से मोबाइल फोन चोरी और गुम होने की कई शिकायतें दर्ज की गईं। कुलगाम पुलिस ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह कार्रवाई जनता को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों का समाधान
सिर्फ स्मार्टफोन की बरामदगी ही नहीं, कुलगाम पुलिस के साइबर सेल ने कई ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों का भी समाधान किया है। इन मामलों में पीड़ितों के खातों में 11,09,565 रुपये की राशि वापस कर दी गई है। इसके अलावा, 21,88,715 रुपये की राशि विभिन्न शिकायतों के आधार पर होल्ड पर रखी गई है, ताकि आगे जांच के बाद उचित कार्रवाई की जा सके।
साइबर अपराध से बचने के लिए जनता को चेतावनी
कुलगाम पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अपने मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का सावधानीपूर्वक उपयोग करें। साइबर अपराधों से बचाव के लिए निम्नलिखित एहतियात बरतने की सलाह दी गई है:
1. व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें: सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य वित्तीय जानकारी साझा न करें।
2. ओटीपी साझा न करें: किसी के साथ भी अपने वित्तीय लेन-देन से जुड़ा ओटीपी साझा न करें।
3. साइबर अपराध की शिकायत करें: यदि कोई साइबर अपराध या धोखाधड़ी का शिकार होता है, तो तुरंत cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें और साइबर सेल कुलगाम से संपर्क करें।
साइबर अपराध से बचाव के लिए सावधानी जरूरी
साइबर सेल ने जनता को यह भी सलाह दी है कि वे सोशल मीडिया का उपयोग सतर्कता के साथ करें और अनावश्यक रूप से अपनी व्यक्तिगत जानकारी वहां न डालें। इससे साइबर अपराधियों को आपके खिलाफ धोखाधड़ी करने का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस की पहल से बढ़ा भरोसा
कुलगाम पुलिस की इस पहल से न केवल स्थानीय निवासियों को राहत मिली है, बल्कि साइबर अपराध के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है। पुलिस ने जनता को भरोसा दिलाया है कि किसी भी साइबर अपराध की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
कुलगाम पुलिस के साइबर सेल की इस उपलब्धि ने साइबर अपराध से निपटने में उनकी तत्परता और प्रतिबद्धता को दर्शाया है। स्मार्टफोन बरामदगी और धोखाधड़ी मामलों में की गई धनवापसी से पुलिस और जनता के बीच विश्वास मजबूत हुआ है। साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।