अप्रैल 7, 2025

भारतीय वायुसेना की टीम ने ओमान में ‘एक्सरसाइज ईस्टर्न ब्रिज VII’ के लिए उड़ान भरी

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नई दिल्ली, 11 सितंबर 2024: भारतीय वायुसेना का एक दल, जिसमें MiG-29, Jaguars और C-17 विमान शामिल हैं, ओमान में ‘एक्सरसाइज ईस्टर्न ब्रिज VII’ में भाग लेने के लिए उड़ान भर चुका है। यह बहुपरकारीक अभ्यास 11 से 22 सितंबर 2024 तक ओमान के एयरफोर्स बेस मसीराह पर आयोजित किया जाएगा। इस प्रकार की गतिविधियाँ दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने और सामरिक क्षमताओं में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होती हैं।

अभ्यास का उद्देश्य और महत्व

‘एक्सरसाइज ईस्टर्न ब्रिज VII’ का मुख्य उद्देश्य रॉयल ओमान एयरफोर्स और भारतीय वायुसेना के बीच सामरिक समन्वय को बढ़ाना है। इस अभ्यास का केंद्र बिंदु संयुक्त प्रशिक्षण मिशनों की एक श्रृंखला है, जो रणनीतिक सहयोग और ऑपरेशनल तत्परता को सुदृढ़ करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

इस वर्ष के अभ्यास में वायुसेना के जटिल हवाई अभियानों, हवा से हवा और हवा से जमीन पर संचालन, और लॉजिस्टिकल समन्वय की प्रमुखता रहेगी। ये गतिविधियाँ दोनों देशों की बदलती रक्षा जरूरतों और रणनीतिक प्राथमिकताओं को दर्शाएंगी। भारतीय वायुसेना की भागीदारी से इस अभ्यास की गहराई और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी, जो दोनों देशों की सामरिक क्षमताओं को सशक्त बनाएगी।

क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग में योगदान

इस अभ्यास के माध्यम से रॉयल ओमान एयरफोर्स और भारतीय वायुसेना के बीच की साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा। यह दोनों वायु सेनाओं के बीच व्यापक और विविध प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करेगा, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता में योगदान होगा। ऐसे अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करते हैं और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देते हैं।

‘एक्सरसाइज ईस्टर्न ब्रिज VII’ दोनों वायु सेनाओं के साझा विशेषज्ञता और ऑपरेशनल अनुभव को भी उजागर करेगा। इससे वायुसेना के संचालन में महत्वपूर्ण सुधार होगा और दोनों पक्षों को एक-दूसरे के तकनीकी और रणनीतिक क्षमताओं को समझने का अवसर मिलेगा।

भविष्य की रणनीतिक दिशा

इस अभ्यास का उद्देश्य केवल वर्तमान सामरिक क्षमताओं को बढ़ाना नहीं है, बल्कि भविष्य की रणनीतिक दिशा को भी स्पष्ट करना है। विभिन्न प्रकार के हवाई संचालन, समन्वय और आपसी समझ बढ़ाने के लिए यह अभ्यास एक आदर्श मंच प्रदान करेगा। इसमें भाग लेने वाले दल न केवल अपनी क्षमताओं को निखारेंगे, बल्कि उन्हें एक संयुक्त मिशन के दौरान विभिन्न परिदृश्यों में कार्य करने का अनुभव भी प्राप्त होगा।

‘एक्सरसाइज ईस्टर्न ब्रिज VII’ भारतीय और ओमान वायुसेना के बीच सैन्य सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को सुदृढ़ करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभ्यास दोनों वायु सेनाओं को विभिन्न परिदृश्यों में प्रभावी सहयोग और सामरिक दक्षता में सुधार के लिए एक मंच प्रदान करता है। भारतीय वायुसेना की भागीदारी से इस अभ्यास की प्रभावशीलता में वृद्धि होगी, जो दोनों देशों की रक्षा क्षमताओं को सशक्त बनाएगी और सामरिक साझेदारी को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।

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