कौशाम्बी: भ्रष्टाचार पर पुलिस अधीक्षक का कड़ा प्रहार, थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा आशुतोष सिंह लाइन हाजिर, विभाग में मचा हड़कंप
अभय सिंह [ रिपोर्टर कौशांबी ]
कौशाम्बी। जिले में भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसते हुए पुलिस अधीक्षक ने एक कड़ा फैसला लेते हुए थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा आशुतोष सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। पुलिस अधीक्षक की इस बड़ी कार्रवाई से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जिले में इस कदम को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
मिली जानकारी के अनुसार, थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा आशुतोष सिंह पर भ्रष्टाचार से जुड़े कुछ गंभीर आरोप लगे थे, जिन्हें पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लिया। इन आरोपों की प्राथमिक जांच के बाद एसपी ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर करने का आदेश दिया। पुलिस विभाग में यह कदम साफ संकेत दे रहा है कि भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नए थानाध्यक्ष की नियुक्ति
इस घटना के बाद, पश्चिम शरीरा थाने की कमान पुलिस अधीक्षक पीआरओ त्रिलोकी नाथ पाण्डेय को सौंपी गई है। त्रिलोकी नाथ पाण्डेय को जिले में एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने थाने का कार्यभार संभालते ही स्पष्ट कर दिया कि वे कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और भ्रष्टाचार मुक्त पुलिसिंग के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध रहेंगे।
पुलिस महकमे में चर्चा का विषय
इस कार्रवाई ने पुलिस विभाग के भीतर हलचल मचा दी है। पुलिसकर्मी और अधिकारी अब और भी सतर्क हो गए हैं, क्योंकि एसपी की यह कार्रवाई आने वाले समय में और भी कड़ी कार्रवाइयों का संकेत देती है। पूरे जिले में इस निर्णय की चर्चा जोरों पर है और इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है जो भविष्य में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
कानून व्यवस्था को सुधारने का प्रयास
एसपी की इस कार्रवाई से जिले के आम जनता के बीच भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि इस तरह की सख्त कार्रवाइयों से पुलिस विभाग में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने अपने पदभार ग्रहण करते ही कानून व्यवस्था को और सख्त करने की बात कही और थाने के कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि उनके लिए जनसेवा और कानून व्यवस्था सबसे प्रमुख हैं और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को तुरंत संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि पुलिस विभाग में सुधार की प्रक्रिया तेज हो गई है, और जिले में अब ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम किया जाएगा।