मनिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के 53वें राज्योत्सव पर कांग्रेस नेताओं की शुभकामनाएं
देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित तीन महत्वपूर्ण राज्य, त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर, आज अपनी 53वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इन राज्यों ने पिछले दशकों में न केवल अपने स्थानीय विकास में उल्लेखनीय प्रगति की है, बल्कि देश के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस खास मौके पर कांग्रेस के नेताओं ने इन राज्यों की जनता को बधाई देते हुए उनके समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, विविधता और गौरवशाली इतिहास की सराहना की है।
राहुल गांधी की शुभकामनाएं
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर की जनता को उनके राज्योत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से लिखा, “मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के लोगों को उनके राज्योत्सव पर शुभकामनाएं। इन राज्यों की भाषाएं, संस्कृतियां, इतिहास और परंपराएं भारत की असली ताकत हैं। मेरी यह कामना है कि यह खास दिन हमारी एकता को मजबूत करे और यहां के लोगों के जीवन में शांति, प्रगति और समृद्धि लाए।”
मल्लिकार्जुन खरगे का संदेश
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इन तीन राज्यों के राज्योत्सव पर अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर ने अपने राज्य के गठन के बाद से देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन राज्यों ने न केवल अपने क्षेत्रीय विकास को गति दी है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी विशेष पहचान बनाई है। हमें इन राज्यों की विविधता पर गर्व है, जो पूरे देश को एक सूत्र में बांधती है। मेरी यह कामना है कि इन राज्यों के लोग सुख-शांति और समृद्धि के साथ आगे बढ़ें।”
भारत की विविधता का प्रतीक
मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के अनूठे और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य हैं। इन राज्यों की अद्वितीय संस्कृति, परंपराएं और जीवन शैली पूरे देश के लिए प्रेरणादायक हैं। इन राज्यों का इतिहास भारत के स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक विकास में गहराई से जुड़ा हुआ है। साथ ही इन राज्यों में अनेक जनजातीय समुदाय भी निवास करते हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विविधता को और भी समृद्ध बनाते हैं।
इन राज्यों के विकास की दिशा में केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर प्रयासरत हैं, ताकि इनकी जनता को बेहतर बुनियादी सुविधाएं, शिक्षा और रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे जैसे नेताओं के संदेश इस पर्व को और भी खास बनाते हैं, जो न केवल राज्यवासियों को बल्कि पूरे देश को एक साथ जोड़ने का संदेश देते हैं।
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