‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत एपीडा का भारतीय मदिरा निर्यात को बढ़ावा देने का प्रयास
नई दिल्ली, 4 सितंबर 2024: वैश्विक स्तर पर भारतीय मदिरा की मांग में वृद्धि हो रही है, जिससे इस क्षेत्र में निर्यात के लिए बड़े अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने अगले कुछ वर्षों में भारतीय मदिरा और गैर-मादक पेय पदार्थों के निर्यात को $1 बिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत, एपीडा ने भारतीय मदिरा को प्रमुख विदेशी बाजारों में निर्यात करने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में, भारत मादक पेय पदार्थों के निर्यात में विश्व में 40वें स्थान पर है।
भारतीय मदिरा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, गोदावन सिंगल माल्ट व्हिस्की, जो राजस्थान, भारत में निर्मित एक हस्तशिल्प सिंगल माल्ट व्हिस्की है, यूनाइटेड किंगडम में लॉन्च होने के लिए तैयार है।
गोदावन का पहला बैच यूनाइटेड किंगडम के लिए श्री राजेश अग्रवाल, अपर सचिव, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, और डेबरा क्रू, चीफ एग्जीक्यूटिव, डियाजियो पीएलसी, श्री अभिषेक देव, अध्यक्ष, एपीडा, और श्रीमती हीना नागराजन, प्रबंध निदेशक और सीईओ, डियाजियो इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से रवाना किया गया। इस अवसर पर अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
गोदावन सिंगल माल्ट व्हिस्की ने मार्च 2024 में लंदन में आयोजित इंटरनेशनल फूड एंड ड्रिंक्स इवेंट (आईएफई) में एपीडा के तत्वावधान में भाग लिया और गोदावन के प्रचार-प्रसार का कार्य किया। इस पहल ने यूनाइटेड किंगडम में गोदावन के लॉन्च और वहां निर्यात की शुरुआत के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
यह पहल अलवर क्षेत्र के किसानों के लिए भी लाभकारी साबित होगी। गोदावन के उत्पादन में उपयोग की जाने वाली छह पंक्ति जौ को स्थानीय रूप से प्राप्त किया गया है, जिससे स्थानीय किसानों की कृषि आय में वृद्धि होती है और उनके साथ मजबूत संबंध स्थापित होते हैं।