नवम्बर 22, 2024

सरकार की रियायती प्याज बिक्री पहल से कीमतों में आई गिरावट, उपभोक्ताओं को मिल रही राहत

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अनूप सिंह [ रिपोर्टर चित्रकूट ]

भारत सरकार द्वारा प्याज की खुदरा बिक्री को रियायती दर पर उपलब्ध कराने की पहल ने सकारात्मक परिणाम दिखाने शुरू कर दिए हैं। उपभोक्ता मामले विभाग ने 5 सितंबर 2024 से प्याज की खुदरा बिक्री 35 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर शुरू की। इस योजना का शुभारंभ दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) और राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) के आउटलेट्स और मोबाइल वैन के माध्यम से किया गया। इसके बाद इसे चेन्नई, कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर, और गुवाहाटी जैसे अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी विस्तारित किया गया।

इस कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से प्याज की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में कीमत 60 रुपये से घटकर 55 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, मुंबई में यह 61 रुपये से 56 रुपये हो गई, और चेन्नई में 65 रुपये से घटकर 58 रुपये हो गई। ये गिरावट उपभोक्ताओं पर वित्तीय बोझ को कम करने में इस पहल की सकारात्मक प्रभाव को दर्शाती हैं।

बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए और प्याज की कीमतों को और अधिक स्थिर करने के लिए, सरकार ने प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और वितरण चैनलों में विविधता लाने का फैसला किया है। इसमें ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, केंद्रीय भंडार, और सफ़ल आउटलेट्स के माध्यम से खुदरा बिक्री का विस्तार शामिल है। इसके अतिरिक्त, प्रमुख शहरों में थोक बिक्री भी शुरू हो चुकी है और जल्द ही अन्य महानगरों में भी विस्तारित की जाएगी, जिसमें सड़कों और रेलवे नेटवर्क दोनों का उपयोग किया जाएगा ताकि कुशल वितरण सुनिश्चित हो सके और कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

उपभोक्ता मामले विभाग राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्याज की स्थिर आपूर्ति बनाए रखने के लिए काम कर रहा है, जो आपूर्ति-मांग की स्थिति और मूल्य प्रवृत्तियों में परिवर्तन के अनुसार अनुकूलित होता है। समग्र उद्देश्य है कि देश के प्रत्येक घर को सस्ती कीमत पर प्याज उपलब्ध हो सके।

इन प्रयासों को और अधिक समर्थन देने के लिए, सरकार अपने 4.7 लाख मीट्रिक टन के प्याज भंडार का उपयोग कर रही है और पिछले वर्ष की तुलना में खरीफ प्याज की बुवाई के क्षेत्र में वृद्धि की है। इन उपायों के साथ, आने वाले महीनों में प्याज की कीमतें नियंत्रण में रहने की उम्मीद है, जिससे देश भर में उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।

विभिन्न शहरों में उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर आउटलेट्स स्थापित किए गए हैं। उदाहरण के लिए, दिल्ली में पालम एक्सटेंशन, तिलक नगर और करोल बाग सहित कई स्थानों पर प्याज उपलब्ध हैं। इसी तरह, गुवाहाटी, रांची, चेन्नई, मुंबई, भुवनेश्वर और कोलकाता जैसे अन्य शहरों में भी वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिससे व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।

सरकार की सतर्कता और प्याज की कीमतों की निगरानी और नियंत्रण में उठाए गए सक्रिय कदमों का उद्देश्य उपभोक्ताओं को अचानक मूल्य वृद्धि से बचाना है, जिससे खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित हो सके।

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