मुज़फ्फरनगर उपचुनाव: पुलिस ने पकड़ी ढाई लाख की अवैध शराब, दो आरोपी गिरफ्तार

अनूप सिंह
उत्तर प्रदेश के मुज़फरनगर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान अवैध शराब के कारोबार का भंडाफोड़ किया गया है। स्थानीय पुलिस, आबकारी विभाग और एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वाड टीम) की संयुक्त कार्रवाई में ढाई लाख रुपये कीमत की अवैध शराब के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह शराब हरियाणा और पंजाब मार्का की थी, जिसे उपचुनाव में बांटने के उद्देश्य से लाया जा रहा था।
कार्रवाई का विवरण
मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के मद्देनजर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क थीं। इसी दौरान, मुज़फ्फरनगर पुलिस को सूचना मिली कि एक मारुति कार में बड़ी मात्रा में अवैध शराब लाई जा रही है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की और संदिग्ध वाहन को रोक लिया। तलाशी के दौरान कार में हरियाणा और पंजाब से लाई गई ढाई लाख रुपये की अवैध शराब बरामद हुई।
आरोपियों की गिरफ्तारी
मौके से पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो कार में अवैध शराब लेकर आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया और कार को भी जब्त कर लिया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
अवैध शराब के उपयोग का इरादा
पुलिस के अनुसार, इस अवैध शराब को उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। चुनावी माहौल में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी कर रहा है। अवैध शराब की तस्करी चुनावों में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, और प्रशासन इस पर पूरी तरह से सख्त कार्रवाई करने के मूड में है।
प्रशासन की सख्ती
मुज़फ्फरनगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने उपचुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। शराब और अन्य अवैध साधनों का उपयोग करके मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशों को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार गश्त कर रही हैं। पुलिस द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई से यह साफ है कि प्रशासन इस बार किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं करेगा।
निष्कर्ष
मुज़फ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान अवैध शराब की बरामदगी प्रशासन के कड़े रुख का प्रमाण है। पुलिस, आबकारी विभाग और एफएसटी टीम की सतर्कता ने बड़ी मात्रा में शराब के पहुंचने से पहले ही इस अवैध कारोबार पर रोक लगा दी। यह कार्रवाई न केवल चुनाव को निष्पक्ष बनाएगी, बल्कि अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में भी सहायक होगी।