बरेली: झाड़-फूंक करने वाले मियां सैयद अतर अली के पास से 18.52 लाख कैश और चांदी के सिक्के बरामद, संपत्ति विवाद पर मचा हंगामा
अनूप सिंह
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में झाड़-फूंक का काम करने वाले मियां सैयद अतर अली के पास से बड़ी मात्रा में नकदी और चांदी के सिक्के मिलने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मियां अतर अली के सेवादारों और मकान मालिक के बीच संपत्ति को लेकर हुए विवाद के बाद 18.52 लाख रुपए कैश और चांदी के सिक्कों को अपने कब्जे में ले लिया। कहा जा रहा है कि ये नकदी और चांदी के सिक्के कपड़े और बोरियों में छिपाकर रखे गए थे।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद विवाद शुरू
मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले मियां सैयद अतर अली बरेली के बहेड़ी क्षेत्र के गुरसौली गांव में किराए के मकान में रहकर झाड़-फूंक और जड़ी-बूटियों के माध्यम से लोगों का इलाज करते थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी, जिसके चलते शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके अस्पताल में भर्ती होते ही उनकी संपत्ति पर अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया।
सेवादारों और मकान मालिक में हुआ टकराव
अतर अली के अस्पताल में भर्ती होने के अगले ही दिन उनकी संपत्ति को लेकर उनके सेवादारों, जिनमें रामपुर निवासी गुलसफा और कामिल जहां शामिल हैं, तथा मकान मालिक रईस के बीच टकराव हो गया। सेवादार महिलाएं नकदी और अन्य कीमती सामान को लोडर में रखकर वहां से भागने की कोशिश कर रही थीं। जब मकान मालिक रईस को इस बात का पता चला तो उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने किया हस्तक्षेप, नकदी और चांदी के सिक्के किए जब्त
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और सेवादारों के पास से 18.52 लाख रुपए नकद और चांदी के सिक्कों को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही, सेवादार महिलाओं और मकान मालिक को हिरासत में लेकर बहेड़ी थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया, लेकिन नकदी और चांदी के सिक्कों को फिलहाल पुलिस ने अपने पास ही रखा है।
मियां सैयद अतर अली का दावा
मीडिया से बातचीत के दौरान मियां सैयद अतर अली ने दावा किया कि उनके पास कुल नकदी 20 से 25 लाख रुपए थी, लेकिन पुलिस केवल 18.52 लाख रुपए ही बता रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए पैसे उनके बताए गए आंकड़े से कम हैं।
संपत्ति का स्रोत जांच का विषय
अब सवाल यह उठ रहा है कि इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और चांदी के सिक्के उनके पास कहां से आए। मियां सैयद अतर अली झाड़-फूंक और जड़ी-बूटी के व्यवसाय में लगे हुए थे, लेकिन इतने धन का होना संदेह पैदा करता है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस धन का स्रोत क्या है और यह संपत्ति किसके अधिकार में जानी चाहिए।
निष्कर्ष
यह मामला बताता है कि परंपरागत तरीकों से इलाज करने वाले लोगों के पास भी कितनी बड़ी संपत्ति हो सकती है, जो विवाद का कारण बन सकती है। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस संपत्ति का वास्तविक स्वामी कौन है और इतने धन का स्रोत क्या है।