कनाडाई मंत्री ने अमित शाह के नाम का खुलासा करने की बात मानी, खालिस्तानी अलगाववादियों को निशाना बनाने के कथित षड्यंत्र में भारत पर आरोप
कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने हाल ही में संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति को बताया कि उन्होंने भारतीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम द वाशिंगटन पोस्ट के साथ साझा किया था। द वाशिंगटन पोस्ट ने सबसे पहले इन आरोपों की खबर दी थी, जिसमें दावा किया गया कि भारत कथित तौर पर कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों के खिलाफ हिंसा, धमकी और जासूसी का अभियान चला रहा है।
जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल के दो वरिष्ठ कनाडाई अधिकारियों, जिनमें से एक मंत्री भी हैं, ने माना है कि उन्होंने खालिस्तानी अलगाववादियों को लक्षित करने में भारत के कथित शामिल होने के बारे में जानकारी लीक की। इन बयानों के बीच जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी, जिनके पास 338 सदस्यीय संसद में 153 सीटें हैं, ने अन्य पार्टियों पर निर्भर रहते हुए कानून पारित किए हैं। चुनाव से पहले लिबरल पार्टी को विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के मुकाबले पिछड़ते हुए देखा जा रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने मंगलवार को स्वीकार किया कि भारत के खिलाफ आधारहीन आरोपों वाली खुफिया जानकारी उन्होंने द वाशिंगटन पोस्ट को आधिकारिक रूप से भारतीय सरकार और कनाडाई जनता के सामने रखने से पहले ही लीक कर दी थी। यह आरोप हत्या, उगाही और दबाव से जुड़े मामले को लेकर लगाए गए थे।
हाल ही में भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों पर राजनयिक तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। भारत ने कई मौकों पर इन आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार देते हुए ट्रूडो से उनके दावों को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत देने की मांग की है।