मार्च 13, 2025

महाकुंभ मेले में सिलेंडर ब्लास्ट से लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड ने 500 लोगों को बचाया

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रावेन्द्र सिंह

महाकुंभ मेले में सिलेंडर ब्लास्ट के कारण भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार, खाना बनाते समय सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ, जिसके बाद कई सिलेंडरों में एक के बाद एक विस्फोट होने लगे। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि तुरंत फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।

आग पर एक घंटे में पाया गया काबू

रावेन्द्र सिंह

फायर ब्रिगेड की टीम ने लगातार एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस हादसे में कई लोगों का सामान जलकर राख हो गया। यहां तक कि एक संन्यासी के करीब एक लाख रुपए के नोट भी जल गए। चीफ फायर ऑफिसर (सीएफओ) प्रमोद शर्मा ने जानकारी दी कि आग से करीब 500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की सतर्कता

घटना के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री योगी को फोन कर पूरी घटना की जानकारी ली। खास बात यह है कि आग लगने से कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री ने हेलिकॉप्टर से महाकुंभ मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया था।

रावेन्द्र सिंह

एडवांस्ड फायर फाइटिंग सिस्टम की तैनाती

महाकुंभ नगरी में इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए एडवांस्ड फायर फाइटिंग तकनीक तैनात की गई है। चार आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (LWT) लगाए गए हैं, जो 35 मीटर तक की ऊंचाई पर आग बुझाने में सक्षम हैं। इन टावरों में वीडियो और थर्मल इमेजिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं, जिससे बहुमंजिली टेंट और ऊंचाई वाले ढांचों में लगी आग को आसानी से बुझाया जा सकता है।

रावेन्द्र सिंह

महाकुंभ क्षेत्र को फायर फ्री बनाने के प्रयास

आग जैसी घटनाओं से बचने के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में 350 से ज्यादा फायर ब्रिगेड वाहनों और 2000 प्रशिक्षित कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, 50 फायर पोस्ट और 20 अग्निशमन केंद्र बनाए गए हैं। अखाड़ों और टेंटों में फायर प्रोटेक्शन उपकरण लगाए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

सावधानी और सतर्कता की जरूरत

महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में आग लगने की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं। प्रशासन ने आग पर काबू पाने के लिए सराहनीय काम किया है, लेकिन ऐसे हादसों को रोकने के लिए और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। श्रद्धालुओं से भी अपील है कि वे आग से संबंधित सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।

यह घटना न केवल एक चेतावनी है, बल्कि फायर सेफ्टी और आपातकालीन प्रबंधन के महत्व को भी रेखांकित करती है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन को लगातार प्रयास करने होंगे।

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