फ़रवरी 3, 2025

प्रयागराज महाकुंभ 2025: बसंत पंचमी के अवसर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यापक तैयारियां

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Anoop singh

प्रयागराज महाकुंभ 2025 के तीसरे अमृत स्नान, बसंत पंचमी के अवसर पर श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने 1200 से अधिक डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की है।

अस्पतालों और चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा

महाकुंभनगर में विशेष चिकित्सीय व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए डॉक्टरों की चार सदस्यीय विशेष टीम ने विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया और चिकित्सा सेवाओं की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल, तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली अस्पताल), एसआरएन अस्पताल और अन्य प्रमुख चिकित्सा केंद्रों में व्यापक निरीक्षण किया गया।

स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में 500 से अधिक मेडिकल स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया है, जबकि 150 से अधिक चिकित्सा कर्मियों को आपातकालीन सेवाओं के लिए विशेष रूप से तैनात किया गया है। एसआरएन अस्पताल में 30 सीटी स्कैन मशीनों को पूरी तरह से सक्रिय किया गया है, जिससे एमआरआई, अल्ट्रासाउंड और अन्य महत्वपूर्ण जांच सुविधाएं बिना किसी देरी के उपलब्ध कराई जा सकें।

इसके अतिरिक्त, अस्पतालों में 60 वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों की ड्यूटी निर्धारित की गई है, जबकि ब्लड बैंक में 200 यूनिट रक्त की व्यवस्था कर ली गई है। किसी भी आपातकालीन स्थिति को शीघ्रता से संभालने के लिए सभी अस्पतालों को एक प्रभावी अलार्म सिस्टम से जोड़ा गया है, जिससे किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

आपातकालीन सेवाएं और बैकअप मेडिकल टीम

महाकुंभ मेले के नोडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विशेष एंबुलेंस सेवा का इंतजाम किया गया है। किसी भी गंभीर स्थिति में मरीजों को तुरंत स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल या तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि 5 फरवरी तक किसी भी डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ को अपने ड्यूटी स्थल से हटने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इसके अलावा, आपात स्थिति से निपटने के लिए बैकअप मेडिकल टीमों को तैयार रखा गया है। मेला क्षेत्र में विशेष चिकित्सा व्यवस्थाओं के तहत निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं:

  • 100 बेड का अत्याधुनिक सेंट्रल हॉस्पिटल
  • 25 बेड के दो सब-सेंट्रल हॉस्पिटल
  • 20 बेड के आठ सेक्टर हॉस्पिटल
  • 20 बेड के दो संक्रामक रोग हॉस्पिटल
  • 10 स्थानों पर प्राथमिक चिकित्सा (फर्स्ट एड) पोस्ट

इन सभी चिकित्सा सुविधाओं को तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है।

सुरक्षा बलों की भी महत्वपूर्ण भूमिका

चिकित्सा सेवाओं के अतिरिक्त, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और पुलिस विभाग की टीमें भी चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तैनात रहेंगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में श्रद्धालुओं को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराया जा सके।

स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से सुरक्षित और सुगम महाकुंभ का संकल्प

प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि महाकुंभ मेले के दौरान किसी भी तरह की चिकित्सा आपात स्थिति को प्राथमिकता से संभाला जाएगा। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को मेले के दौरान तीन से चार दिनों तक मेला क्षेत्र में ही तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।

श्रद्धालुओं की सुविधा और स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किए गए इन व्यापक इंतजामों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बसंत पंचमी के पावन अवसर पर श्रद्धालु निर्बाध रूप से स्नान और धार्मिक अनुष्ठान कर सकें। प्रशासन का यह प्रयास महाकुंभ 2025 को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और स्मरणीय आयोजन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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