फ़रवरी 20, 2025

12 दिन बाद फिर शुरू हुई संत प्रेमानंद महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा, भक्तों में उत्साह

0

वृंदावन, मथुरा: 12 दिन के अंतराल के बाद संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात्रिकालीन पदयात्रा दोबारा शुरू कर दी, जिससे भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिला। सोमवार की शाम से ही पदयात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। भक्तों ने सड़क पर रंगोली बनाई और दीप जलाकर इस शुभ क्षण का स्वागत किया। जैसे ही संत प्रेमानंद महाराज पहुंचे, भक्तों के चेहरे पर प्रसन्नता की लहर दौड़ गई।

विवाद के कारण रुकी थी पदयात्रा

दरअसल, 4 फरवरी को वृंदावन की NRI ग्रीन सोसाइटी के कुछ लोगों ने ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी को लेकर आपत्ति जताई थी। उनके विरोध के चलते 6 फरवरी से संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात्रिकालीन पदयात्रा स्थगित कर दी थी। इसके बाद वे श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से रात 2 बजे की बजाय सुबह 4 बजे कार से केली कुंज आश्रम जाने लगे थे।

माफी के बाद फिर शुरू हुई यात्रा

रविवार को NRI ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष आशु शर्मा ने संत प्रेमानंद महाराज से हाथ जोड़कर क्षमा याचना की और स्वीकार किया कि सोसाइटी के लोग अपने व्यवहार को लेकर पश्चाताप कर रहे हैं। उन्होंने महाराज जी से पुनः पदयात्रा शुरू करने की विनम्र अपील की। ब्रजवासियों ने भी समर्थन में संत से अनुरोध किया, जिसके बाद संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात्रिकालीन पदयात्रा दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया

भक्तों में उत्साह, आस्था का माहौल

जैसे ही पदयात्रा फिर से शुरू हुई, श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से पूरे मार्ग को सजाया। कुछ भक्तों ने दीप जलाकर और रंगोली बनाकर स्वागत किया, जबकि अन्य ने भजन-कीर्तन गाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया।

यह घटना दर्शाती है कि आस्था और आपसी समझ के माध्यम से किसी भी मतभेद को सुलझाया जा सकता है। संत प्रेमानंद महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि ब्रजवासियों की संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी है। अब यह यात्रा फिर से भक्तों के लिए श्रद्धा और समर्पण का केंद्र बन गई है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

इन्हे भी देखें