प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा: क्वाड और ‘भविष्य शिखर सम्मेलन’ पर वैश्विक प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 सितंबर को तीन दिवसीय यात्रा के लिए अमेरिका रवाना हुए, जहां वे क्वाड शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र महासभा के ‘भविष्य शिखर सम्मेलन’ में हिस्सा लेंगे। यह यात्रा 21 से 23 सितंबर तक होगी, जिसमें पीएम मोदी न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित करेंगे। क्वाड, चार देशों – ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका – के बीच एक कूटनीतिक साझेदारी है, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देना है।
वैश्विक प्रभाव:
1. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता:
क्वाड देशों के बीच सहयोग का प्रमुख उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों के चलते क्वाड की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। पीएम मोदी की इस यात्रा से क्वाड के सदस्यों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और मजबूती मिलेगी, जिससे इस क्षेत्र में संतुलन कायम रहेगा।
2. आर्थिक और व्यापारिक सहयोग:
क्वाड देशों के बीच व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने की भी संभावना है। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को नए आयाम मिल सकते हैं। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
3. वैश्विक चुनौतियों पर सामूहिक दृष्टिकोण:
जलवायु परिवर्तन, महामारी और साइबर सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए क्वाड एक महत्वपूर्ण मंच बनता जा रहा है। इस बैठक में इन मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे सदस्य देशों के बीच एक संयुक्त दृष्टिकोण विकसित किया जा सकेगा।
4. संयुक्त राष्ट्र में ‘भविष्य शिखर सम्मेलन’:
पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा के ‘भविष्य शिखर सम्मेलन’ में संबोधन भी महत्वपूर्ण रहेगा। इस मंच पर वे विकासशील देशों के हितों का प्रतिनिधित्व करेंगे और वैश्विक शांति, सुरक्षा और सतत विकास के मुद्दों पर भारत की भूमिका को और मजबूत करेंगे।
5. चीन पर रणनीतिक जवाब:
क्वाड का गठन ही चीन के बढ़ते प्रभाव का संतुलन बनाए रखने के लिए हुआ था। इस शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य देश चीन की आक्रामकता और उसके क्षेत्रीय प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीतियों पर विचार करेंगे। इस बैठक से हिंद-प्रशांत में चीन की बढ़ती चुनौती का एक सामूहिक जवाब तैयार हो सकता है।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह अमेरिका यात्रा वैश्विक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। क्वाड शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र के ‘भविष्य शिखर सम्मेलन’ में उनकी भागीदारी से वैश्विक स्थिरता, सुरक्षा और विकास के मुद्दों पर भारत की भूमिका और सशक्त होगी।